इस्लामाबाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के फाल्स फ्लैग ऑपरेशन को लेकर दुनिया के सामने गिड़गिड़ा रहा पाकिस्तान अब मिसाइल पर मिसाइल परीक्षण कर रहा है। बुधवार को ही पाकिस्तान से सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु हमला करने में सक्षम का सफल परीक्षण करने का दावा किया है। यह मिसाइल 290 किलोमीटर तक 700 किलोग्राम तक के परमाणु वॉरहेड के अलावा पारंपरिक आयुध को लेकर जाने में सक्षम है। जनवरी के आखिर में पाकिस्तान ने शाहीन-3 मिसाइल का टेस्ट किया था। पाक सेना ने टेस्ट से सफल होने का किया दावा द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि की प्रॉपगैंडा विंग इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान जारी कर बताया है कि आर्मी स्ट्रेटेजिक फोर्सेज कमांड की वार्षिक फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज के दौरान यहा टेस्ट किया गया है। हालांकि, सेना ने यह नहीं बताया है कि यह परीक्षण कहां आयोजित किया गया। अगस्त 2019 के आखिरी हफ्ते में भी पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल का परीक्षण किया था। गजनवी मिसाइल को हत्फ-3 मिसाइल के नाम से भी जाना जाता है। 2007 में पाकिस्तानी सेना में शामिल हुई थी गजनवी मिसाइल पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल को 1987 से बनाना शुरू किया था। इस मिसाइल को पाकिस्तानी सेना में लगभग 20 साल बाद 2007 में शामिल किया गया था। इस मिसाइल की लंबाई 8.5 मीटर के आसपास है। चीन के सहयोग से बनी इस मिसाइल को पाकिस्तान के नैशनल डेवलपमेंट कॉम्पलैक्स ने विकसित किया है। पाकिस्तान मिसाइल कंट्रोल रिजीम ट्रीटी (MCRT) का सदस्य नहीं है, ऐसे में चीन 300 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक मार करने वाली मिसाइल की तकनीकी को नहीं दे सकता है। ट्रक या रेल प्लेटफॉर्म से किया जा सकता है लॉन्च छोटी दूरी तक मार करने वाली गजनवी मिसाइल सॉलिड फ्यूल से चलने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल को रेल और सड़क मार्ग से कहीं भी ले जाई जा सकती है। चीन ने M-11 मिसाइल वर्ष 1987 में पाकिस्तान को दी थीं। M-11 की तकनीक का इस्तेमाल करके पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल का निर्माण किया है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भारत को लक्ष्य करके बनाई गई यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। बता दें कि पाकिस्तान के 130 से 140 परमाणु हथियार हैं। यूएन में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा पाकिस्तान पाकिस्तान ने वैश्विक समुदाय की सहानुभूति हासिल करने के लिए दावा किया है कि भारत इस्लामाबाद के प्रति अपनी आक्रामकता को सही ठहराने के लिए फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन का उपयोग करता है। पाकिस्तान को डर है कि भारत अपनी घरेलू राजनीति से लोगों का ध्यान हटाने के लिए बॉर्डर पर तनाव बढ़ा सकता है। खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर डर जता चुके हैं। क्या होता है फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन मालूम हो कि जिम्मेदारी के वास्तविक स्रोत को छिपाने और दूसरी पार्टी पर दोष लगाने के उद्देश्य से फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन शब्द का उपयोग किया जाता है। फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन उसे कहा जाता है, जहां पर किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देने वाले की पहचान को पूरी तरह से छिपाया जाता है। इतना ही नहीं, इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने वाला अगर पकड़ा जाता है तो उसमें अपनी भूमिका से पूरी तरह से मुंह फेर लिया जाता है। इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने वालों को इस बात की पूरी जानकारी होती है कि अगर वे पकड़े गए तो सरकार उन्हें किसी तरह से भी स्वीकार नहीं करेगी।
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