इस्लामाबाद, 27 जनवरी (एपी) पाकिस्तान में 2002 में अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या के मामले में नाटकीय मोड़ आया है। हत्या के मामले में पहले दोषी ठहराए गए और फिर बरी किए गए संदिग्ध ने 18 साल बाद स्वीकार किया है कि पत्रकार की मौत में उसकी मामूली भूमिका थी। यह जानकारी पर्ल के वकील ने बुधवार को दी। अहमद सईद उमर शेख ने 2019 में हाथ से एक पत्र लिखा है जिसमें वह स्वीकार कर रहा है कि वॉल स्ट्रीट जनरल के संवाददाता की मौत में उसकी सीमित संलिप्तता है। करीब दो हफ्ते पहले इस पत्र को पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय में दाखिल किया गया है। शेख के वकीलों ने बुधवार को पुष्टि की है कि यह पत्र उसने ही लिखा है। शेख को निचली अदालत से बरी करने के खिलाफ उच्च न्यायालय में पर्ल के परिवार और पाकिस्तान सरकार की ओर से दायर अपील पर सुनवाई चल रही है। इस अपील में अदालत से अनुरोध किया गया है कि उसे हत्या के मामले में दोषी ठहराया जाए। कैलिफोर्निया के 38 वर्षीय पत्रकार को 23 जनवरी 2002 को अगवा कर लिया गया था। बाद में कराची के एक इलाके में एक कब्र से उनका शव मिला था। पर्ल परिवार के वकील फैसल सिद्दीकी ने पत्र के सामने आने के बाद मांग कि शेख की दोषसिद्धी और मौत की सज़ा को बहाल किया जाए। पत्र में शेख कह रहा है कि उसे पता है कि पर्ल को किसने मारा और वह पाकिस्तानी आतंकवादी अत्ता-उर-रहमान उर्फ नईम बुखारी का नाम ले रहा है। उसे दक्षिणी कराची में अर्द्धसैनिक बल के शिविर पर हमले के जुर्म में मौत की सज़ा दी जा चुकी है। एपी नोमान उमाउमा
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